बबूल के पत्ते का काढ़ा अथवा पत्ते के पेस्ट को तण्डुलोदक के साथ प्रयोग करने से दस्त और पेचिश में फायदा होता है। अधिक मात्रा में गोंद का सेवन गुदा को हानि पहुंचता है। और पढ़ें: ल्यूकोरिया में सफेद मूसली के प्रयोग से लाभ बबूल के पत्ते से चूर्ण https://ricardo79l4d.tusblogos.com/19520766/the-smart-trick-of-बब-ल-क-फ-यद-और-न-कस-न-that-nobody-is-discussing